गणेश चतुर्थी (या विनायक चतुर्थी) भगवान गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह भारत का एक प्रमुख और बेहद श्रद्धा से जुड़ा पर्व है, खासकर महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात और गोवा में।
🔱 गणेश चतुर्थी 2025 — मुख्य जानकारी
- तारीख: बुधवार, 27 अगस्त 2025
- तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त दोपहर 1:54 बजे
- तिथि समाप्त: 27 अगस्त दोपहर 3:44 बजे
- पूजा मुहूर्त (मध्यान्ह काल): 11:05 से 13:40 (स्थान अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है)
- गणेश विसर्जन (अनंत चतुर्दशी): शनिवार, 6 सितंबर 2025
🕉️ भगवान गणेश का महत्व
- विघ्नहर्ता (बाधाओं को दूर करने वाले)
- बुद्धि और विवेक के देवता
- किसी भी नए कार्य की शुरुआत गणेश वंदना के बिना अधूरी मानी जाती है।
🪔 गणेश चतुर्थी की पूजा विधि
- प्रतिमा स्थापना (मिट्टी या इको-फ्रेंडली मूर्ति)
- शुद्धिकरण व पंचोपचार पूजा
- दूर्वा, मोदक, फूल, चंदन, धूप-दीप अर्पित करना
- आरती (सुबह-शाम)
- भजन, मंत्र-जाप, गणेश अथर्वशीर्ष का पाठ
🍥 भोग और प्रसाद
- मोदक (गणेश जी का प्रिय)
- लड्डू, पुए, खीर, और अन्य मिठाइयाँ
🌿 पर्यावरण‑संतुलित उत्सव
आजकल लोग:
- मिट्टी से बनी मूर्तियाँ चुनते हैं
- घरों में छोटे गणपति स्थापित करते हैं
- प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) का उपयोग कम कर रहे हैं
🎉 उत्सव की विशेषताएँ
- पंडाल सजावट, झाँकियाँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम
- शोभा यात्राएँ और भव्य विसर्जन
- बॉलीवुड, राजनीति, और क्रिकेट की हस्तियाँ भी घर पर गणपति लाते हैं
